Benefits of Padahastasana - ( पाद हस्तासन के लाभ )
- यह आसन पाचन अंगों की मालिश कर उन्हें शक्ति प्रदान करता है। उदर-वायु , कब्ज तथा अजीर्ण को दूर करता है। मेरुदंड की समस्त तंत्रिकाओं को उद्दीप्त कर सबल बनाता है। धड़ को उल्टा करने से प्राण शक्ति मैं बढ़ोत्तरी , चयापचय मैं सुधार, एकाग्रता मैं वृद्धि तथा नाक एवं गले की बीमारियों का उपचार होता है। पाद हस्तासन का गत्यात्मक अभ्यास बढे हुए वजन को घटाने मैं भी सहायक है।
- This asana massages the digestive organs and provides strength to them. It removes constipation and indigestion. Excites all the nerves of the spinal cord and makes it strong. By reversing the torso, increasing vitality, improving metabolism, increasing concentration and treating diseases of nose and throat. Dynamic exercise of foot autopsy is also helpful in reducing weight.
Limitations of Padahastasana - ( पाद हस्तासन की सीमायें )
- जिन लोगों को पीठ की गंभीर शिकायत हो अथवा सायटिका, हृदय रोग , उच्च रक्तचाप या उदर का हर्निया हो , उन्हें इस आसन अभ्यास नहीं करना चाहिए। सिर के बल किये जाने वाले आसनों की सावधानियां यहां लागू होती हैं।
- People who have severe back pain or have cytosis, heart disease, high blood pressure or abdominal hernia should not practice this asana. Precautions for headrest rugs apply here.